सन 1998 में रोबर्ट कियोसाकी ने "Rich Dad's Cashflow Quadrant: Guide to Financial Freedom" नाम की किताब लिखी थी जो की दुनियाभर में बेस्ट सेलिंग किताबों में से एक है।
ESBI या Cashflow Quadrant एक ऐसा कांसेप्ट है जो हमें बताता है की कैसे दुनिया में कुछ लोग कम काम करके भी ज्यादा अमीर होते जाते हैं और वहीँ कुछ लोग जिंदगीभर कठिन मेहनत करके भी गरीब ही रहते हैं।
इस कांसेप्ट में रॉबर्ट कियोसाकी ने दुनिया को चार भागों में बांटा है जिसे 4 Cash-flow Quadrant कहा गया है। इसके अनुसार यह समझाया गया है की यदि आप अमीर होना चाहते हैं और वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको किस प्रकार का काम करना चाहिए।
ये चार Cash-flow Quadrants इस प्रकार हैं:
Employee (नौकरी करने वाले)
Self employed (स्व रोजगार )
Business Owner ( बड़े व्यापार के मालिक)
Investor (निवेशक)
आप इसे निचे image में देखकर समझ सकते हैं:
रॉबर्ट कियोसाकी के अनुसार इन चार वर्ग के लोगों के काम करने का तरीका अलग-अलग है और इन्ही तरीकों की वजह से बिजनेस के मालिक और निवेशक लगातार अमीर और बाकि लोग गरीब होते जाते हैं।
Employee (नौकरी करने वाले):
नौकरी करने वाले लोग किसी और के लिए काम करते हैं।
ये अपना समय और मेहनत बेचकर कमाते हैं।
ये एक्टिव इनकम के लिए काम करते हैं यानि जब तक काम करते हैं तब तक पैसा मिलता है।
अगर ये काम करना बंद कर दें तो इनको पैसे मिलना बंद हो जाता है।
इनके पास सप्ताह में केवल एक दिन खाली समय रहता है।
Self employed (स्व रोजगार ):
इस वर्ग में छोटे दुकानदार, डॉक्टर, वकील जैसे लोग आते हैं।
ये खुद के लिए काम करते हैं।
ये भी एक्टिव इनकम के लिए काम करते हैं।
अगर ये एक सप्ताह छुट्टी पर चले जाएँ तो उस हफ्ते इनकी इनकम 0 होगी।
इन्हें काम का बहुत तनाव होता है।
Business Owner (बड़े व्यापार के मालिक):
ये बिज़नेस के मालिक होते हैं।
इन्हें स्वयम काम नही करना पड़ता इनके लिए कई लोग काम करते हैं।
इनके पास एक सिस्टम होता है जो इनके लिए पैसे कमा कर देता है।
ये पैसिव इनकम के लिए काम करते हैं।
ये काम न करें तो भी इनके पैसे बनते रहते हैं।
इनके पास खुद के लिए और परिवार के लिए पर्याप्त पैसा और समय होता है।
Investor (निवेशक):
निवेशक कोई भी हो सकता है जिसके पास पैसा होता है।
इनका पैसा इनके लिए काम करता है।
ये अपना पैसा अलग-अलग बिज़नेस में निवेश कर ब्याज कमाते हैं।
ये शेयर मार्केट में निवेश करते हैं और पैसे से पैसा बनाते हैं।
इन्हें बिना काम किये पैसिव इनकम मिलता है।
ये भी टेंशन फ्री लाइफ जीते हैं।
आपने गौर किया होगा की Employee और self employed लोग active income के लिए काम कर रहे होते हैं और इसी वजह से उनके पास ज्यादा समय नही होता। ये दोनों अकेले काम कर रहे होते हैं इनकी कोई टीम नही होता और न ही कोई सिस्टम होता है और इसी वजह से ज्यादा पैसे नही बना पाते।
नौकरी करना बुरी बात नही है लेकिन जिन्दगी में जब भी मौका मिले तो अपना quadrant बदलने का प्रयास जरुर करें। आप नौकरी करते-करते खाली समय का और पैसे का सही उपयोग कर धीरे-धीरे अपना quadrant बदल सकते हैं और आप भी business owner और investor की श्रेणी में शामिल हो सकते हैं।
आशा हैं दोस्तों कि यह पोस्ट आपको बहुत पसंद आया होगा और यह आपके लिए बहुत वैल्युएबल जानकारी भी मिली होगी तो फिर मिलते हैं अगली पोस्ट में तब तक अपना ख्याल रखें।
और हां आप कमेंट करके जरूर बताना कि आप कौन से कॉर्टेंट (Quadrant) में रहना पसंद करते हो और क्यों।
धन्यवाद।
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